(50 Marks) MB Hindi part 2 Best Syllabus,Books

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निर्धारित पाठ्य पुस्तक

B.A,B.SC,B.COM Part 2 MB Hindi syllabus

गद्य खंड;

गद्यलेखक
ईदगाहप्रेमचंद
जीवन की तीन प्रधान बातेंविनोबा भावे
बनारसी एक्काकृष्णदेव प्र० गौड़ ‘बेढ़ब’
चढ़ती उमरबालकृष्ण भट्ट
वसंत आ गया हैहजारी प्रसाद द्विवेदी

पद्य खंड;

पद्यलेखक
साखीकबीरदास
दोहेरहीम
बाल- लीलासूरदास
निषाद भक्तितुलसीदास
दोहेबिहारीलाल
निज भाषाभारतेंदु
विश्व की सरशैया से उपदेशदिनकर
विश्वराज.मैथिलीशरण गुप्त
अकाल और उसके बादनागार्जुन

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Part 2 MB Hindi Book

पुस्तक:-हिंदी गद्य-पद्य संग्रह

संपादक:प्रो. शुकदेव चौधरी

अंक विभाजन

वस्तुनिष्ठ(Book से)→20×1 = 20

परिचयात्मक(Book से )→2×15 = 30

अर्थ लेखन(Book से )→2 ×5 =10

व्याकरण एवं रचना(Grammar)→4×10=40

हिंदी गद्य के जनक कौन है?

हमारी हिंदी के प्रारंभिक से ही भारतेंदु जी ने हिंदी भाषा एवं गद्य को अपनी पहचान प्रदान किया।इसलिए भारतेन्दु जी को हिंदी गद्य के जनक कहे जाते हैं। इसलिए उसी के समय से उस युग हम भारतेन्दु युग कहते हैं ।

हिंदी गद्य के प्रारंभिक लेखक कौन है?

श्याम सुंदर दास के मतानुसार ‘हिन्दी के प्रारंभिक गद्य लेखकों में पहला स्थान इंशाअल्ला खां, दूसरा स्थान सदल मिश्र और तीसरा स्थान लल्लू जी लाल को मिलना चाहिए‘। आरा के मिश्रटोला में कोई डेढ़ सौ साल पहले हिन्दी के सर्वप्रथम गद्य लेखक पं. सदल मिश्र का जन्म हुआ था।

गद्य काव्य लेखन के लिए कौन प्रसिद्ध है?

बाणभट्ट – गद्य साहित्य में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कवि हैं। इनके दो प्रसिद्ध गद्यकाव्य हैं। हर्षचरित और कादम्बरी । कादम्बरी बाणभट्ट की उत्कृष्ट गद्य रचना है।

गद्य कितने प्रकार के होते हैं?

गद्य प्रबन्ध के प्रकार / रामचन्द्र शुक्ल
वर्णनात्मक प्रबन्ध
विचारात्मक निबन्ध
कथात्मक निबन्ध
भावात्मक निबन्ध

गद्य के 5 तत्व कौन से हैं?


वे हर महान लघुकथा में जाने वाले पांच प्रमुख तत्वों के संयोजन में सच्चे स्वामी हैं: चरित्र, सेटिंग, संघर्ष, कथानक और विषय ।


गद्य लेखन के 5 उदाहरण क्या हैं?

गद्य की यह परिभाषा गद्य लेखन का एक उदाहरण है, जैसा कि अधिकांश मानवीय वार्तालाप, पाठ्यपुस्तकें, व्याख्यान, उपन्यास, लघु कथाएँ, परी कथाएँ, समाचार पत्र लेख और निबंध हैं ।

गद्य की 5 विशेषताएं क्या हैं?

गद्य के तत्व हैं: चरित्र, कथानक, सेटिंग, विषय और शैली । इन पांच तत्वों में, चरित्र वह है जो, कथानक क्या है, सेटिंग कहां और कब है, विषय क्यों है, और शैली कहानी की कैसी है।

गद्य की प्रथम विधा क्या है?

खड़ी बोली हिन्दी गद्य की प्रथम रचना

है। इसके रचनाकार या लेखक “जटमल” हैं।

गद्य लेखन कब शुरू हुआ?


खड़ीबोली हिन्दी में गद्य का विकास 19वीं शताब्दी के आसपास हुआ। इस विकास में कोलकाता के फोर्ट विलियम कॉलेज की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने 1829 में बंगदूत नामक पत्र हिन्दी में निकाला। इसके पहले ही 1926 में कानपुर के पं जुगल किशोर ने हिन्दी का पहला समाचार पत्र उदंतमार्तंड कलकत्ता से निकाला।

निष्कर्ष:-

इस लेख के माध्यम से आपने मातृ भाषा हिंदी को लेकर सारी जानकारी हासिल की आशा करता हूँ
इसमें दी गयी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। ये सिर्फ के बच्चो के लिए है इसके अलावा अपने शिक्षक जरूर संपर्क करे विशेष जानकारी आपको वह दे दी जाएगी। धन्यवाद!

Official website:-T.M.B.U

इसके अलावा अगर आपके मन कोई प्रश्न हो तो आप निचे कमेंट में पूछ सकते हैं मैं आपको जल्द से जल्द उत्तर देने का कोशिश करूंगा।

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